गांधी दर्शन से ही उन्नति का मार्ग तय
गांधी से युवा प्रेरणा लें
दयानंद महाविद्यालय में गांधी महोउत्सव के तहत संगोष्ठी का आयोजन
गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को किया नमन
दयानंद महाविद्यालय में सोमवार को गांधी महोत्सव के तहत संगोष्ठी का आयोजन किया गया कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व विधायक गोपाल बाहेती थे महाविद्यालय प्राचार्य डॉ लक्ष्मीकांत ने बताया कि महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के उपलक्ष में महाविद्यालय सभागार में गांधी दर्शन पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ गोपाल बाहेती पूर्व विधायक पुष्कर विशिष्ट अतिथि शक्ति प्रताप सिंह राठौड़ पूर्व अध्यक्ष महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय व गांधी जीवन दर्शन समिति समन्वयक थें कार्यक्रम का शुभारंभ महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री के चित्रों पर माल्यार्पण कर किया गया डीएवी गान के साथ कार्यक्रम प्रारंभ होकर राष्ट्रगान के साथ संपन्न हुआ महाविद्यालय प्राध्यापक निवेदिता मकवाना ने गांधी जी के कुछ अविस्मरणीय पलों को पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से व्यक्त किया महाविद्यालय प्राचार्य डॉ लक्ष्मीकांत ने अतिथियों को सूत की माला के साथ शॉल स्मृति चिन्ह प्रदान कर स्वागत किया गांधी दर्शन पर बोलते हुए मुख्य अतिथि डॉ गोपाल बाहेती ने युवाओं से गांधी जी के आदर्शों पर चलकर लक्ष्य प्राप्त करने और जीवन को सफल बनाने की बात कही अपने संबोधन में उन्होंने स्वदेशी स्वालंबन आत्मनिर्भरता अहिंसा सत्य सदाचार मितव्ययिता के साथ अनेक वृतांतों को बताते हुए गांधी जी के जीवन पर प्रकाश डाला इस अवसर पर महाविद्यालय में गांधी महोत्सव के तहत आयोजित अनेक प्रतियोगिताओं में प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले संजू चौधरी मृदुल इंदौर सैयद समीर अली विद्यार्थियों को मेडल व प्रमाण पत्र प्रदान किया गया प्राध्यापक गुलनाज खानम ने मुख्य अतिथि डॉक्टर गोपाल बाहेती का परिचय उपस्थित विद्यार्थियों को करवाया उपाचार्य डॉ मृत्युंजय कुमार सिंह ने सभी अतिथियों और विद्यार्थियों का धन्यवाद ज्ञापित किया मंच का संचालन प्राध्यापक भूपेंद्र जायसवाल ने किया कार्यक्रम के संयोजक इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ प्रदीप कसौटिया थे इसअवसर पर गांधी जीवन दर्शन समिति के सदस्य उमेश शर्मा राहुल आर्य स्टाफ सचिव डॉ संत कुमार डॉ महावीर प्रसाद डॉ रफीक खान डॉ वी के वर्मा डॉ प्रीति सिंह डॉ सोनिया जोसेफ डॉ नूतन कुंपावत डॉ नरेश बिजानिया पंकज कुमार सहित अनेक प्राध्यापक उपस्थित थे